Gunjan Kamal

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यादों के झरोखे से " जिंदगी की डायरी "

दोस्तों! हमारी जिंदगी के बहुत सारे ऐसे पहलू होते हैं जो हमारे जहन में यादें बनकर कैद हो जाती हैं और हम में से बहुत सारे ऐसे लोग भी होंगे जो उन यादों को सिर्फ अपने तक ही सीमित रखते होंगे। मैं भी उनमें से एक ही थी लेकिन जब से मैं लेखन के क्षेत्र से जुड़ी, यादों के झरोखें में कैद या यूं कहे की सहेजकर रखी गई यादों को अपनी जिंदगी की डायरी नाम के पन्नों में दर्ज करती आई हूॅं। इन पलों में बहुत सारी ऐसी बातें हैं जो मेरी खुशियों के दिनों को फिर से ताजा करती हैं और साथ ही वह बातें भी है जो मैं चाहती तो थी कि उन यादों को जिंदगी की डायरी में जगह ना दूं लेकिन कहते हैं ना कि जिंदगी खट्टी - मीठी यादों का  बसेरा ही तो है क्योंकि हमारी जिंदगी में सिर्फ खुशियां ही नहीं आती है साथ में वैसे गम भी लेकर आती है जो हमने किसी दुश्मन के लिए और सपने में भी नहीं सोचा होता है, ऐसी ही बहुत सारी यादें मेरी  जिंदगी की डायरी में कैद है जिसे शायद ही मैं कभी पढ़ना चाहूं।


दोस्तों! अब बात करती हूॅं अपनी जिंदगी की डायरी के बारे में 👇


  " हमारी जिंदगी के हर सुख - दुःख में
    जो    हमारा     साथ    निभाता   है
    वही    तो     हमारी    जिंदगी    का
    सच्चा      साथी       कहलाता      है "


हम सभी यह तो  मानते ही हैं कि हमारे जीवन के सफर में जो हमारा साथ निभाते हैं वह हमारे जीवन साथी कहलाते हैं । हमारे जीवन में कुछ ऐसी बातें होती हैं जो हम चाह कर भी   हमारे जीवन के साथी यानि जीवनसाथी को भी नहीं बता पाते हैं क्योंकि यह उनके परिवारजनों से जुड़ी होती हैं और हमें यह डर होता हैं कि यदि हम उनसे यह बातें  कहेंगे तो उन्हें बुरा लग सकता हैं या इस बात को लेकर हमारे बीच झगड़ा भी हो सकता है 😊😊 लेकिन मेरी डायरी में  ऐसा लिखने से मुझे  ऐसी कोई भी समस्या का सामना नही करना पड़ता है और बिना किसी लड़ाई - झगड़े के मैं अपनी मन की बात लिखकर अपनी डायरी से कह देती हूॅं और इस तरह मेरा मन भी हल्का हो जाता है। कहते हैं ना कि कोई भी बात मन में रखकर खुद ही घुटते  रहने से अच्छा है कि हम  किसी से अपने मन की बात कह दे  तो हमारा  मन हल्का हो जाता हैं 😊😊 और तो और  यह डायरी मेरी सुनती भी है । हमारी जिंदगी में कुछ ऐसे लोग होते है जो दुसरों की नहीं सुनते बस उन्हें अपनी ही सुनानी होती हैं और करनी होती हैं । मेरी जिंदगी की यह डायरी बिल्कुल भी उन लोगों जैसी नहीं है क्योंकि यह सबसे पहले मेरी ही सुनती है।  तो दोस्तो ! हुई ना यह मेरी " सच्ची साथी "।


मेरी जिंदगी की  डायरी के संदर्भ में कुछ पंक्तियाॅं जो मेरे दिल में उसके लिए  भाव को दर्शाते हैं :-


" जो हर तकलीफ में  मेरे  साथ  है
   खुशियों   में    भी   मेरे  पास    है
  जब     यह     ना     हों    तो     भी
  मेरे आस-पास होने का एहसास है ।
               
                  मेरी हर मुस्कान में वह मेरी भागीदार है
                  मेरी   ऑंखों    से  निकलें   ऑंसू  की
                   हर    बूॅंद     में    इसका      साथ     है
                  यह है तो मेरी  जिंदगी खुशगवार है ।
                   

     शाम की उदासी और रात के  अंधेरे में भी
     एक   रोशनी  की   तरह  यह मेरे  पास  है
     ऐ मेरी  सच्ची साथी !  तुम  वही    तो   है
     जिसकी   मुझे  मुद्दतों  से     तलाश    है "।


अब कुछ बातें अपनी जिंदगी की डायरी से जिसे मैंने मेरी सच्ची साथी का नाम दिया है 👇


मेरी सच्ची साथी ! तुम्हारें बारे में  जो मेरे मन में भाव है उसे भी तो बताना जरूरी है और इन्हीं भावों के कारण ही तो तुम मेरी ख़ास है  और इन सबके बीच तुमसे  इतना अवश्य कहना चाहूॅंगी :- 👇


" तुम   हों   तो   मेरे  मन   के  भाव है
  बाकियों के लिए तों यह  बकवास  है " 😔😔


 
मेरी जिंदगी की डायरी! मेरे जीवन का खुबसूरत हिस्सा बनने के लिए तुम्हारा बहुत - बहुत धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻


दोस्तों! मेरी जिंदगी से जुड़ी खट्टी - मीठी यादों को इन्हीं जिंदगी की डायरी के पन्नों से लेकर आप लोगों के समक्ष इस प्रतियोगिता के माध्यम से आती रही हूॅं लेकिन कहते हैं ना कि जिसका आरंभ हुआ है उसका अंत तो एक न एक दिन आना ही होता है और इस यादों के झरोखे लेखन प्रतियोगिता का अंत भी एक न एक दिन आना ही था। वह अंत अब आ चुका है, अब  इस प्रतियोगिता में हमारी मुलाकात कल से नहीं हो पाएगी, इन ०१  महीने के साथ में  अपनी जिंदगी के उन लम्हों को आप लोगों के साथ मैंने फिर से जिया जिसे मैंने अपने यादों के झरोखे में कैद कर दिया था।


दोस्तों! इस प्रतियोगिता से जुड़कर अपने अतीत में घटित बातों को आप लोगों के समक्ष रखकर  मैं इतना तो जान चुकी हूॅं कि  मेरी  खुशी में  आप पाठकगण खुश भी हुए हैं और मेरे ग़म में गमगीन भी। अब चलती हूॅं क्योंकि विदा लेने का वक्त अब आ चुका है लेकिन आप सब से और इस  प्रतियोगिता से विदा लेने से पहले एक बात जरूर कहूंगी 👇


🙏🏻🙏🏻आप सभी का तहे दिल से बहुत बहुत आभार 🙏🏻🙏🏻


   " गुॅंजन कमल " 💗💞💓


# यादों के झरोखे से 

# २०२२


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8 Comments

Rajeev kumar jha

07-Jan-2023 07:35 PM

शानदार

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Nice 👍🏼

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